Page 271 - Mechanic 2 & 3 Wheeler - TT - Hindi
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कॉन्ैक् ब्ेकर(Contact breaker): यह कॉइि की सेकें डरी वाइंलडंग
            मेें हाई वोल्टेज पैदा करने के  लिए लनयलमेत अंतराि पर प्राइमेरी सलक्क ट को
            कने्टि और लडस्कने्टि करता है। अंक संख्या मेें दो हैं, एक सीधे बेस प्ेट पर
            िगाया जाता है और दकू सरा घकूण्कन कै मे द्ारा इन्ुिेट और संचालित होता है।

            कबं डेिसर (Condenser) (Fig 5): कं डेनसर लवतरक की बेस प्ेट पर
            िगाया जाता है। यह कॉन्ै्टि ब्ेकर के  पॉइंट्स के  समेानांतर जुड़ा हुआ
            है। कं डेनसर प्राथलमेक सलक्क ट मेें करंट को अवशोलित करता है जो इलग्नशन
            पॉइंट से होकर गुजरता है िेलकन लजसे उनके  सेपरेटर द्ारा अचानक रोक
            लदया जाता है। इसमेें एल्ुलमेलनयमे या िेड फॉयि (1) होता है। पन्नी एक
            दकू सरे से अछकू ता है। पन्नी का एक लसरा कं डेनसर टलमे्कनि (3) से और दकू सरा
            लसरा कं डेनसर के स (4) से जुड़ा होता है।
            कं डेनसर लबंदुओं पर चापों को रोकता है और इलग्नशन कॉइि को सेकें डरी
            वाइंलडंग के  मेाध्यमे से उच्च वोल्टेज वृस्द् के  रूप मेें अपनी ऊजा्क जारी करने
            मेें मेदद करता है।

            आवटत्णरि (Alternator)

            उद्ेश्य : इस पाठ के  अन्त मेें आप यह जान सकें गे :
            •  एक अल्रिेटर के  उद्ेश्य करी व्याख्यया करें
            •  अल्रिेटर के  सटक्ण ट कया वर््णि करें
            •  अल्रिेटर के  टवटिन्न ियागोबं करी सूचरी बियाएँ
            •  अल्रिेटर के  टवटिन्न ियागोबं के  कयाययों करी व्याख्यया करें
            •  एक अल्रिेटर के  कयाय्ण करी व्याख्यया करें।
            अल्रिेटर कया उद्ेश्य (Purpose of alternator) (Fig 1)  वयाहैि में अल्रिेटर वयायररबंग सटक्ण ट (Alternator wiring circuit

            शुरू से ही वाहनों मेें लबजिी पैदा करने के  लिए डायनेमेो िगे. होते थे।   in a vehicle)(Fig 2)
            वत्कमेान समेय मेें वाहनों मेें इस्ेमेाि होने वािे लबजिी के  सामेान की संख्या   अल्टरनेटर का (1) आउटपुट टलमे्कनि (3) वोल्टेज रेगुिेटर के  'ए' टलमे्कनि
            मेें वृस्द् हुई है। इस प्रकार उच्च क्षमेता वािे जनरेटर की मेांग पैदा हो गई   (2) से जुड़ा है। अल्टरनेटर(1)फील्ड टलमे्कनि (5) वोल्टेज रेगुिेटर (4) के
            है। इसकी पकूलत्क के वि जनरेटर की क्षमेता बढ़ाकर और उसे तेज गलत से   ‘एफ’ टलमे्कनि से जुड़ा है। रेगुिेटर का ‘बी’ टलमे्कनि एमेीटर (9) के  जररए
            चिाकर ही की जा सकती है।                               बैटरी (8) से जुड़ा है। बैटरी का (8) कनेक्न इलग्नशन स््विच (11) और

            भारी यातायात के  कारण बड़े शहरों मेें वाहनों को अक्सर बहुत धीमेी गलत   इंलडके शन िैंप (10) के  मेाध्यमे से लनयामेक (4) के  ‘ए’ टलमे्कनि (2) से भी
            से चिना पड़ता है। आमे तौर पर एक डीसी डायनेमेो इतनी कमे गलत पर   जुड़ा है। वोल्टेज रेगुिेटर (4) का टलमे्कनि I (6) इलग्नशन टलमे्कनि (SW) से
            बैटरी चाज्क करने मेें सक्षमे नहीं होगा। डायनेमेो की गलत एक लनलचित सीमेा   जुड़ा है। एक अल्टरनेटर के  कु छ लहस्ों का लववरण।
            से अलधक नहीं बढ़ाई जा सकती। इसलिए, एक अल्टरनेटर या एसी जनरेटर
            का उपयोग लकया जाता है। एक अल्टरनेटर कमे r.p.m पर अलधक लबजिी
            का उत्पादन कर सकता है।






















                       ऑटोमोटटव - मैके टिक टू  और थ्री व्रीलर (NSQF सबंशोटित 2022) - अभ्यास 1.9.83- 97 से  सम्बंटित टसद्याबंत  251
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