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Fig 2
Fig 3
कु ल कै पेिसट स (Total capacitance): जब कै पेिसटर ेणी म जुड़े
होते ह , तो कु ल धा रता सबसे िन कै पेिसट स मान से कम होती है, ों िक
• भावी ेट पृथ रण मोटाई बढ़ जाती है
• और भावी ेट े छोटी ेट ारा सीिमत होता है।
कु ल ेणी कै पेिसट स का कै लकु लेशन समानांतर ितरोधों के कु ल ितरोध
की गणना के अनु प है।
समांतर समूहीन म सं हीत चाज (Charge stored in parallel
grouping): यिद कै पेिसटर मान के बराबर ह , तो वे समान मा ा म चाज Fig 4a और 4b की तुलना करके आप समझ सकते ह िक ेणी म
ोर करते ह । कै पेिसटर ारा सं हीत चाज कु ल चाज के बराबर होता है कने ंग कै पेिसटर ेट पृथ रण मोटाई को बढ़ाता है, और भावी े
जो ोत से िवत रत िकया गया था। को भी सीिमत करता है तािक छोटी ेट कै पेिसटर के बराबर हो सके ।
Q = Q + Q + Q +.....+ Q
T 1 2 3 n
जहां, Q कु ल चाज है
T
Q , Q , Q आिद समानांतर म कै पेिसटर के अलग-अलग मान ह ।
1 2 3
समीकरण का उपयोग करके , Q = CV,
कु ल चाज Q = C V
T T S
जहां V स ाई वो ेज है।
S
पुनः C V = C V + C V + C V
T S 1 S 2 S 3 S
ेणी धा रता के िलए सामा सू (General formula for se-
ों िक सभी VS शत समान ह , उ र िकया जा सकता है। ries capacitance): ेणी संधा र ों की कु ल धा रता की गणना सू
इसिलए, C = C + C + C का उपयोग करके की जा सकती है
T 1 2 3
ेणी समूहन (Series grouping)
ेणी म कै पेिसटर के समूहन की आव कता (Necessity of
grouping of capacitors in series): ेणी म कै पेिसटर को
समूहीकृ त करने की आव कता सिक ट म कु ल कै पेिसट स को कम करने
के िलए है।
ेणी समूहीकरण के िलए शत (Conditions for series
grouping) यिद ेणी म दो कै पेिसटर ह
- यिद अलग-अलग वो ेज रेिटंग कै पेिसटर को ेणी म जोड़ा जाना
है, तो ान रख िक ेक कै पेिसटर म वो ेज ड ॉप उसकी वो ेज
रेिटंग से कम हो।
यिद ेणी म तीन कै पेिसटर ह
- ुवीकृ त कै पेिसटर के मामले म ुवीयता बनाए रखी जानी चािहए।
सीरीज ुिपंग म कने न (Connection in series grouping):
कै पेिसटर का सीरीज ुिपंग, जैसा िक Fig 3 म िदखाया गया है, सीरीज म
रेिज स या सीरीज म सेल के कने न के अनु प है।
104 पावर: वायरमैन (NSQF - संशोिधत 2022) - अ ास 1.5.30 से संबंिधत िस ांत